पर्यावरण दिवस विशेष:-
विकास के लिए वन वृत्त की गवासेन रेंज में ही 6400 पेड़ो की बलि चढ़ी
आंकड़ो से बढ़ा एक प्रतिशत वन क्षेत्र,ज़मीनी हकीकत कुछ और
बैतूल।अकील अहमद।बैतूल वन वृत्त के हाकिम आंकड़ो की बाजीगरी के ज़रिए मध्यप्रदेश में बैतूल के वनों को 1प्रतिशत वन क्षेत्र की बढ़ोतरी के तीसरे नम्बर पर ले आये हो लेकिन हकीकत इससे उलट है ।
कालका न्यूज़ ने वन वृत्त की महज एक रेंज में विकास के लिए काटे गए पेड़ो आंकड़े जुटाए है ।अवैध कटाई के आंकड़ो से ज़मीनी हकीकत सामने आजायेगी ।
पश्चिम वन मण्डल की गवासेन रेंज में
वर्ष 2019-20 में बैतूल से इंदौर टू लैन स्वीकृत हुई जिसमें खोखरा खेड़ा से अजई गांव तक 2100 पेड़ काटे गए ।टू लैन काम अभी पूरा भी नही हुआ था कि वर्ष 2022-23 में फोर लेन की स्वीकृति आगई ।सड़क बनाने वाली कम्पनी को इस बार 4000 पेड़ो की कटाई की स्वीकृति मिल गई जबकि इसी वन क्षेत्र में महज 18 मीटर में सड़क का निर्माण किया जाना है ।डीपीआर के अनुसार यदि 40 मीटर की सड़क बनाने की अनुमति मिली होती तो यह आंकड़ा 4 गुना ज्यादा होता ।यही नही गवासेन रेंज की रेंज सीमा में प्रस्तावित मोरण्ड गंजाल परियोजना के तहत स्वीकृत बांध के जल भराव क्षेत्र में वर्ष 2022-23 में 300 पेड़ो की फिर बलि चढ़ेगी ।
इसके अलावा वन अपराध में दर्ज आंकड़े बताते है कि जिले किस बड़े पैमाने पर अवैध कटाई जारी है ऐसे में 1 प्रतिशत वन क्षेत्र का बढ़ना समझ से परे है ।