Monday, October 27, 2025
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बैतूल में भी निकल सकता है छिपीखापा कांड,अवैध सगौन कटाई में जिला अव्वल

बैतूल में भी निकल सकता है छिपीखापा कांड,अवैध सगौन कटाई में जिला अव्वल

छिपीखापा कांड पर बोलने से बचते नज़र आये वन बल प्रमुख

बैतूल में सीसीएफ उड़नदस्ता के अधिकार छीनने से अवैध कटाई नही हो रही उजागर

बैतूल ।अवैध सगौन कटाई में अव्वल बैतूल जिले में यदि वन बल प्रमुख अपने उड़नदस्ते से जांच करवा लें तो नर्मदापुरम के छिपीखापा बीट कांड से बड़ा खुलासा हो सकता है ।आज वन विद्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में बैतूल पहुंचे वन बल प्रमुख छिपीखापा बीट में हुई अवैध सगौन कटाई पर पत्रकारों के सवाल से बचते हुए बिना उत्तर दिए ही निकल गए ।दरअसल वन बल प्रमुख जवाब देते इससे पहले ही बैतूल सीसीएफ बचाव में उतर आई और जवाब देने पर कहा कि यह सवाल यंहा न पूछिये दरअसल मेडम सीसीएफ को डर था कि कंही पत्रकार बैतूल के जंगलों में जारी अवैध सगौन कटाई का ना पूछ बैठे ऐसे में उनकी प्रदेश स्तर पर बनी हुई छवि कंही खराब न होजाये ।

बैतूल वन वृत्त की महज एक रेंज में ही छिपीखापा से 4 गुना ज्यादा अवैध सगौन कटाई के प्रमाण बीते साल नर्मदापुरम सम्भाग के संभागायुक्त ने अपनी आंखों से देख चुके है लेकिन राजस्व अधिकारी ओर वन अधिकारियों में वर्षों से चले आरहे वर्चस्व के शीत युद्ध की वजह से मामला वन अधिकारियों ने दबा दिया है ।महाराष्ट्र सीमा के निवासी शिकायतकर्ता ने नर्मदापुरम संभागायुक्त को अपनी शिकायत के साथ साथ मौका निरीक्षण भी करवाया था इस मौका मुआयना में सीसीएफ लेट पहुंची थी ।

सीसीएफ उड़न दस्ते के मैडम ने अधिकार छीने

तकरीबन एक साल पहले बैतूल वन वृत्त में बतौर सीसीएफ पदस्थ मेडम ने आते ही उड़न दस्ते के अधिकार छीन कर वृत्त के रेंजरों को सौंप दिए जिससे उड़नदस्ता अपनी मर्ज़ी से कंही भी कुछ भी निरीक्षण नहीं कर सकता ।बीते एक साल की बात करे तो उड़नदस्ता निरीक्षण के लिए निकला ज़रूर लेकिन उड़नदस्ते ने अवैध कटाई के एक भी प्रकरण नही बनाये । अवैध कटाई के प्रकरण नही बनने से मैदानी अमला बहुत खुश है।वन्ही उड़न दस्ता महज सफेद हाथी साबित हो रहा है ।

खाना पूर्ति के लिए आते है वन अधिकारी

बैतूल वन वृत्त में बीते सालों में हुई अवैध कटाई,उत्खनन ओर अतिक्रमण के बढ़ते ग्राफ से स्थानीय से लेकर भोपाल स्थित वन बल मुख्यलय के अधिकारी जांच और निरीक्षण के नाम पर महज खाना पूर्ति करने आते है यही वजह है कि आज तक कोई ठोस कार्यवाही बैतूल वन वृत्त में नही हुई ।

रोस्टर अनुसार वन अधिकारियों की गश्त पर भी उठ रहे सवाल

बैतूल वन वृत्त में यूं तो गश्त के लिए बाकायदा रोस्टर बना हुआ लेकिन अधिकारी रोस्टर अनुसार गश्त करने की बजाय फर्जी तरीक़े से अपनी उपस्थिति दर्ज कर देते है यदि अधिकारी गस्त करते तो एकाध भी अवैध सगौन पकड़ते वो तो गनीमत है मैदानी अमला ग्रामीणो के बीच रहकर अपनी जान जोखिम में डालकर अवैध सगौन लदी गाड़ियां पकड़ने का काम आये दिन करते चला आरहा है ।

क्या है छिपीखापा कांड

छिपीखापा एक बीट है जो कि नर्मदापुरम के इटारसी रेन्ज में आती है जंहा पर सगौन की क्लियर फैलींग हो गई राज्य उड़न दस्ते ने अपनी जांच में दो करोड़ ग्यारह लाख बयालीस हजार सात सौ अस्सी की हानि निकाली जो कि प्रदेश की सबसे बड़ी हानि है लेकिन अब इतनी बड़ी हानि की जांच रिपोर्ट आने के बाद वन बल प्रमुख जिम्मेदारों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए मार्गदर्शन मांग रहे है क्योंकि आज तक हानि की भरपाई के लिये विभाग के पास कोई ठोस नीति नही है ।

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