बैतूल। पश्चिम वन मंडल की तावड़ी रेंज के गदाखार गांव में गस्ती पर निकले वन रक्षक को दो आरोपियों ने बदले की भावना से मारपीट मारपीट कर दी। घटना की जानकारी लगते ही वन विभाग के आला अधिकारियों के निर्देश पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवा कर जेल भेज गया।
दरअसल तावड़ी रेंज के गदाखार गांव में 15 अप्रैल की रात वन रक्षक धर्मेंद्र बिलवार चौकीदार के साथ रात्रि गस्त पर निकले थे। उसी दौरान मुन्ना उईके जो रेंज में हुए चीतल के शिकार मामलें में मुख्य आरोपी था और अंकित पिता मंशु ने वन रक्षक से अचानक गाली गलौच शुरू कर मारपीट करने लगे और कहने कि तुमने ही चीतल शिकार मामलें में मुझे पकड़वाया था। मारपीट की घटना को सुनकर मौके पर पंहुचे ग्रामीणों ने बीच बचाव किया।
मारपीट की घटना का शिकार हुए वन रक्षक ने मामलें की जानकारी रेंजर अतुल भोयर को दी। वन रक्षक के साथ ड्यूटी के दौरान आदतन अपराधी द्वारा मारपीट करने की जानकारी लगते ही वनमंडलाधिकारी वरुण यादव,उप वनमंडलाधिकारी शिव अवस्थी के निर्देशन में रेंजर तावड़ी अतुल भोयर ने वन रक्षक के साथ चिचोली थाने में दोनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। शिकायत मिलते ही चिचोली थाना प्रभारी तरन्नुम खान ने आरोपियों के खिलाफ ड्यूटी के दौरान वन रक्षक से मारपीट और गाली गलौज करने पर धारा 332,186,294,506,34 के तहत एफआईआर दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। न्यायालय ने आरोपियों को जेल भेज दिया। वन रक्षक के साथ ड्यूटी के दौरान हुई घटना के बाद वन विभाग अधिकारियों ने प्राथमिकता से संज्ञान लेते हुए आरोपियों को जेल तक भिजवाने से ग्रामीण अंचल में कार्यरत वनकर्मियों का मनोबल भी बढ़ेगा।
