बैतूल के क़ीमती सागौन की अवैध कटाई करवाने वाला मुख्य आरोपी कटारे पंहुचा जेल,वन अमले को एक महीने की मशक्कत के बाद मिली सफलता
बैतूल। बैतूल में बीते दिनों अवैध सागौन की तस्करी करते मुलताई क्षेत्र से पकड़ाए ट्रक मामलें को पश्चिम वन मंडल के अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। पकड़े गए ट्रक में भरी अवैध सागौन पश्चिम वन मंडल के जंगल से लाने की जानकारी के बाद हरकत में आए अधिकारियों ने मामलें को गंभीरता से लेते हुए तस्करों तक पंहुचने जाल बिछाना शुरू किया। पश्चिम वन मंडल के डीएफओ वरुण यादव,एसडीओ शिव अवस्थी के निर्देशन में रेंज ऑफिसर अतुल भोयर के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। टीम ने एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद अवैध कटाई के मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की हैं।
कैसे पकड़ाया शातिर वन माफ़िया कटारे
पूरे मामलें की पड़ताल कर रही टीम को मुखबिर से मिली सूचना पर घोरपड़ निवासी शत्रुघ्न पिता गोरेलाल को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई। पूछताछ में शत्रुघ्न ने टीम को बताया कि उसे अवैध सागौन की कटाई करने और कटाई के लिए मज़दूरों की व्यवस्था करने के लिए चिचोली निवासी महेन्द्र कटारे ने कहा था। शत्रुघ्न से मिली जानकारी के आधार पर टीम महेन्द्र कटारे को गिरफ्तार करने में जुट गई। शातिर वन माफिया कटारे लगातार अपना ठिकाना बदलता रहा इस दौरान कटारे ने भैंसदेही न्यायालय में अग्रिम जमानत याचिका लगाई थी। रेंजर अतुल भोयर ने आरोपी महेन्द्र कटारे की ज़मानत याचिका खारिज करवा कर उसे फॉरेस्ट रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान महेन्द्र कटारे ने अपना जुर्म कबूल करते हुए मामलें में लिप्त होना बताया। टीम ने आरोपी के खिलाफ प्रकरण बनाकर न्यायालय में पेश किया जंहा से आरोपी महेन्द्र कटारे को न्यायालय ने जेल भेज दिया है।
कैसे करते थे वन माफिया अवैध कटाई
अवैध सागौन कटाई में मिली जानकारी के अनुसार बैतूल के वन माफिया महेन्द्र कटारे के संपर्क अन्य जिलों के वन माफियाओं से है. मौजूदा मामलें में होशंगाबाद के फर्निचर मार्ट व्यावसायी वसीम अहमद के संपर्क में महेन्द्र कटारे था। वसीम ही अवैध सागौन की फर्जी टीपी बनाकर वाहनों की व्यवस्था कर अन्य राज्यों में भेजता था। वहीं कटारे बैतूल के जंगल में अवैध कटाई करने सुनसान स्थान का चयन करता था। साथ ही शत्रुघ्न की मदद से अवैध कटाई करने पेशेवर मज़दूरों की व्यवस्था की जाती थी। महेन्द्र कटारे सागौन की अवैध कटाई करने आधुनिक कटर मशीनों का इस्तेमाल कर पेशेवर मज़दूरों की सहायता रात के अंधेरे में कुछ ही घंटों में हरे भरे सागौन के बेश क़ीमती वृक्षों को काटकर वसीम के भेजे वाहनों के जरिए जिले से बाहर अन्य राज्यों में भेज देते थे।
वन अमले की टीम में किसकी रही भूमिका
अवैध सागौन कटाई में संलिप्त आरोपियों को पकड़ने और मामलें की विवेचना करने के पश्चिम वन मंडल के डीएफओ वरुण यादव और एसडीओ तावड़ी शिव अवस्थी के निर्देशन में बनी टीम में रेंजर तावड़ी अतुल भोयर,डिप्टी रेंजर जोगीलाल उइके,वन रक्षक विवेक तिवारी,सुनील पंडोले,महेश वाडिवा सहित तावड़ी रेंज के अन्य स्टाफ़ की मुख्य भूमिका रही।