वन विभाग में ट्रांसफर नीति की उड़ी धज्जियां,उत्तर वन मडल की सूची में दर्जनों खामिया
आखिर इन अंगदों को कौन हटाएगा
न्यायालय के आदेश के बाद भी गजानन कोडापे
को जांच की ज़िम्मेदारी 20 वर्षों से होसुलाल,
राजू तिवारी ओर 15 वर्ष से हवाल सिंह एक ही जगह है जमे हुए
बैतूल ।वन महकमे के जिम्मेदारों ने राज्य शासन की ट्रांसफर नीति की धज्जियां उड़ा के रख दी है यह हम नही कह रहे यह वन विभाग द्वारा जारी सूचियां खुद ब खुद बयान कर रही है ।ट्रांसफर सूची के जारी होने के बाद ट्रांसफर में किस तरह खेला हुआ है उसके दर्जनों उदाहरण है पहला तो मुख्यमंत्री समन्वय में जो अधिकार प्रभारी मंत्री,जिला कलेक्टर ओर विभाग प्रमुख को दिए गए थे उन्हें अनदेखा किया गया दूसरा स्थानीय नेताओं विधायक और जिला अध्यक्ष को तरजीह नही दी गई और तीसरा ट्रांसफर नीति का खुला उलंघन कर स्वार्थ पूर्ति की सिद्धि के लिए ट्रान्सफर कर पूरे मामले की इतिश्री कर दी ।हमारी पड़ताल में हमने कुछ ऐसे अंगद की तरह एक ही जगह पूरी नोकरी करने या दस दस वर्षों से एक ही जगह जमे कर्मचारियों को सूची बद्ध किया है ।
जिनमे गजानन कोडापे न्यायालयीन टिप्पणी ओर विभागीय जांच के बाद भी जिला मुख्यालय ओर सोनाघाटी सर्किल में बने हुए है ।राठीपुर में टाइगर कांड में लापरवाही के बाद चोपना ओर साजपुर किये गये तबादलों पर जॉइन नही किया सासंद दुर्गादास उइके को अपना रिश्तेदार बताकर अधिकारियों पर रौब जमाना ।राजू तिवारी धार सर्किल 3 बीटों में अवैध कटाई 6 लाख की हानि लेकिन कोई कार्यवाही नही ।सारणी रेंज में हौसु लाल इन्हें डिवीजन का लक्ष्मी पुत्र माना जाता है रेंज में जंहा जंहा काम रहता यह वन्ही के इंचार्ज रहते है हौसु लाल 25 वर्षो से सारणी में पदस्थ है ।इनसे रेन्जर से लेकर डीएफओ तक खुश रहते है ।इनके अलावा प्रेमा वर्टी,सरिता तोमर,योगेश चौधरी,मारोती पाल, कृष्णराव अडलक,महेश नागले,हवाल सिंह कासडे, विभा चौरसिया,संजय परसाई इन्हें ना तो कोई नई ज़िम्मेदारी दी गई और ना ही इन्हें इधर से उधर किया गया जबकि अपनी सेवा के महज 15 दिन हबीबुल्लाह ओर एक माह के राम भाऊ तिवारी को हटा दिया गया ।ट्रांसफर नीति के अनुसार जिनका कार्यकाल एक माह शेष होने पर ट्रांसफर नही किया जासकता ।
ट्रांसफर नीति के उलंघन की जांच और धन लक्ष्मी एक्सप्रेस में विभाग के बाबुओं के बैठने के बाद मोबाइल सीडीआर की पड़ताल की सुगबघाट चलने लगी है ।जल्द ही हमारे द्वार उठाये जारहे मुद्दों पर वन मुख्यालय समेत सीसीएफ प्रफुल फुलझेले ने आश्वस्त किया है ।