वन विभाग जंगल में फैला रहा आतंक,4 दिनों में आदिवासियों के साथ मारपीट की 2 घटना आई सामने
रामपुर भतोडी परियोजना में अतिक्रमणकारी के हाथ पैर बांधकर पिटाई ओर सांवली गढ़ में घर मे घुसकर मारपीट करने के आरोप
अधिकारियों ने मारपीट के आरोपो को नकारा
बैतूल ।वन विभाग के कर्मचारी इन दिनों कानून अपने हाथ मे लेकर जंगल और आसपास रहने वाले आदिवासियों के बीच मारपीट कर आतंक फैला रहे है ।बीते 4 दिनों में हुए 2 घटनाक्रम से यही प्रतीत होता है कि वन विभाग जंगल मे अपना राज चलाता है ।आदिवासियों के साथ हुई मारपीट के बावजूद पुलिस भी इन मज़लूमो का साथ नही देकर शिकायत लेकर महज खाना पूर्ति करती नज़र आती है ।
घटना क्रमांक:- 1
यह घटना पाश्चिम वन मण्डल की सांवली गढ़ रेंज की चिरोटिया गांव की है जहां रात 10 बजे चिरोटिया से चिखली रोड पर खेत की मेढ़ से लगे क्षेत्र में पोल्ट्री फार्म चलाने वाले राजेश करोचे के टप्पर में चूना हजूरी के डिप्टी रेंजर ,दुमका का चौकीदार लक्ष्मण यादव ओर अन्य 3 वनकर्मी टप्पर पर पहुँचे ओर मुझे बाहर बुलाया और 4-5 थप्पड़ ओर लकड़ी से पैरों में मारे जिसकी वजह से मेरी आँख में चोट आई और पैरों में निशान पड़ गए ।सुबह मैने घटना की जानकारी चूना हजूरी के बदामी यादव को बताई इसके बाद उन्होंने मुझे बीजदेही थाने में रिपोर्ट करने भेजा ।लेकिन पुलिस का रवैय्या वही राजेश के बताए अनुसार कागज़ में लिख लिया लेकिन बिना एफआईआर लिखे उसे जाने को कह दिया ।पीड़ित की आंख में तकलीफ के बावजूद उसका मेडिकल कराना भी उचित नही समझा । चिरोटिया बीट में घटी इस घटना पर सांवलीगढ़ रेंज के रेंजर भीमा मंडलोई का कहना है की हमारी टीम गश्ती में थी इसी दौरान दो लोग मोटर साइकिल पर सवार होकर रात 12 बजे निकल रहे थे तभी उन्हें रोकने की कोशिश की लेकिन यह झोपड़ी में जा छुपे इनके पास से एक आरा जब्त किया है और आरोपी ने पेड़ काटना कबूला है ।इनके साथ कोई मारपीट नही की गई है ।
घटना क्रमांक :-2
सोमवार को वन विकास निगम के वनकर्मियों द्वारा रामपुर रेंज के कक्ष क्रमांक 535 में भंडार पानी के 40 अतिक्रमणकरियो ने जंगल मे अवैध कटाई सफाई कर टप्पर बना लिए थे जिन्हें हटाने रामपुर भतोड़ी परियोजना के वनकर्मियों ओर चोपना पुलिस ने संयुक्त कार्यवाही की जिसमे तोपे /उदन के हाथ पैर बांधकर ओर अन्य राजेश/विश्राम, बरूट/सुद्ध, झमरलाल/ भोदल के साथ जमकर मारपीट की जिसमे तोपे को कमर में गंभीर चोट आई जिससे उसे चलने में काफी दिक्कत आरही थी ।घटना के बाद आदिवासियों ने जिला मुख्यालय पहुंच कर पुलिस अधीक्षक से उनके साथ कि गई मारपीट की लिखित शिकायत की है ।इस घटना के सामने आने के बाद रामपुर भतोड़ी परियोजना के डीएम एम एस सोलंकी ने बताया कि छिंदवाड़ा जिले 40 से ज़्यादा आदिवासियों ने रिज़र्व फारेस्ट में खेती के लिए पेड़ो को काट कर टप्पर बना लिए थे जिन्हें पुलिस की मौजूदगी में हटाये जाने की कार्यवाही की है किसी भी आदिवासी के साथ मारपीट नही की गई है ।यह हमेशा दूसरों के बहकावे में आकर शिकवा शिकायत करते है ।सभी वन अधिनियम 1927 की धारा 26 के तहत कार्यवाही की गई है ।