साइलेंट जोन बना कर वन अमले ने भालू को दिखाया जंगल का रास्ता,24 घण्टे की मशक्कत ओर कुशल प्रबंधन आया काम
वन विकास निगम ओर सामान्य वन के अधिकारी कर्मचारियों ने किया संयुक्त प्रयास
बैतूल ।बीते 24 घण्टे से पेड़ पर आशियाना बना कर बैठे भालू के लिए वन विकास निगम और सामान्य वन वृत्त के अधिकारियों के कुशल प्रबंधन और मैदानी अमले की कड़ी मशक्कत से बनाये गए साइलेंट ज़ोन से भालू को जंगल मे सुरक्षित पहुंचा दिया है,वन्ही कर्मचारी लगातार निगरानी कर ग्रमीणों को समझाइश दी रहे है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक वन विकास निगम की चोपना-पूंजी रेंज के ग्राम लखीपुर गांव में भालू के पेड़ पर चढ़े होने की सूचना गांव वालों ने वन विभाग को दी थी जिसपर बैतूल वन वृत्त की सीसीएफ वासु कनोजिया ओर वन विकास निगम की डीएम एस दीपिका ने एक संयुक्त दल बनाया जिसका नेतृत्व एसडीओ सारणी अजय वाहने ने करते हुए एक रणनीति तैय्यार कर सबसे पहले गांव वालों को पूर्ण सुरक्षा का भरोसा दिलाया ओर मौके से सभी को अपने घरों में रहने की हिदायत दी लगभग सुबह आंठ बजे से चले रेस्क्यू में वन कर्मचारियों का एक ही उद्देश्य था की किसी भी तरह भालू को सुरक्षित जंगल की तरफ खदेड़ना ।रेंज अफसर लोचन शुक्ला ने बताया कि दिन में लगातार ग्रामीणों के शोर गुल की वजह से भालू भी पेड़ से नीचे उतरने को तैय्यार नही था जैसे ही शाम होना शुरू हुई तो वह कर्मियों ने बेरिकेटिंग करना शुरू कर दी और रात होते तक ग्रामीणों को हिदायत दी कि आप शांति पूर्वक अपने घरों में रहे इसके अलावा रात में ठंड होने का फायदा भी मिला पूरी टीम जाग कर भालू पर नज़र बनाये हुए थी जिसके नतीजा यह हुआ कि जब पूर्ण रूप से पूरा इलाका साइलेंट ज़ोन में बदल गया तब सुबह के पांच छह बजे के दरमियान भालू पेड़ से नीचे उतरकर जंगल की तरफ चला गया ।
इधर मौके पर मौजूद अधिकारी और वन कर्मियों ने राहत की सांस के साथ ही ग्रामीणों के घर घर जाकर हिदायत दी कि जंगल मे रात में नही जाएं वन्यप्राणी दिखाई दे तो इसकी सूचना तत्काल वन कर्मियों को दे ।इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन में निगम के 7 अधिकारी कर्मचारी वन्ही सारणी रेंज के 12 अधिकारी और वन कर्मी शामिल रहे ।