सीसीएफ मोहन मीना के खिलाफ 4 साल बाद दर्ज हुई एफआईआर,महिला फॉरेस्ट गार्डो ने उत्पीड़न ओर छेड़छाड़ की शिकायत की थी
प्रमुख सचिव वन ने 4 सदस्यीय आईएफएस अधिकारियों से कराई थी जांच
वन बल मुख्यालय ने जांच रिपोर्ट को अब तक दबा कर रखा था
बैतूल । अकील अहमद (अक्कू)बैतूल वन वृत्त के तात्कालीन सीसीएफ के बहुचर्चित महिला वन कर्मियों के उत्पीड़न और छेड़छाड़ के मामले में अंततः कल रात गंज थाने में महिला फॉरेस्ट गार्डो की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया गया है। दरअसल वर्ष 2021 में बैतूल वन वृत्त में सीसीएफ (प्रधान मुख्य वन संरक्षक) के पद पर पदस्थ रहे मोहन लाल मीणा के खिलाफ बैतुल की महिला वनकर्मियों ने कार्यस्थल पर उत्पीड़न के अलावा फोन पर घर बुलाने ,फील्ड में अकेले साथ चलने के लिये दबाव बनाने की शिकायतें प्रमुख सचिव वन और वन बल प्रमुख से लिखित शिकायते की थी। प्रमुख सचिव वन ने शिकायतों को गम्भीरता से लिया और दो अलग अलग जांच दल बनाकर बैतूल भेजा था। जांच दलों ने पुलिस की सहायता से आरोपों के आधार पर सीडीआर की कॉपी निकाली और उसके साथ 24 पेज का जांच प्रतिवेदन 2021 में ही वन बल प्रमुख को सौंप दिया था। जिसके बाद तात्कालीन सीसीएफ मोहन लाल मीणा को बैतूल में निलंबित कर भोपाल भेज दिया था। लेकिन भोपाल से जांच दल रिपोर्ट के आधार पर मोहन लाल मीणा के ख़िलाफ़ आपराधिक मामला दर्ज नही करवाया गया था। लगातार हुई शिकायतों क बाद आईएफएस मोहन लाल मीणा के ख़िलाफ़ गंज थाने में महिला वनकर्मी के पहले बयान दर्ज हुए इसके आधार पर आज गंज थाने में मोहन लाल मीणा के खिलाफ 354 ओर 354( a) के तहत रात दस बजे एफआईआर दर्ज कर ली गई है ।