वन संरक्षण में तकनीकी पहल: बैतूल वन मंडल में शुरू हुआ mSTRIPES ऐप से गश्ती अभियान
बैतूल। वन्यजीव संरक्षण को तकनीकी आधार देने की दिशा में बैतूल वन मंडल पश्चिम ने एक अहम कदम उठाया है। गवासेन रेंज में mSTRIPES ऐप के माध्यम से गश्ती शुरू करने वाला यह मध्यप्रदेश का पहला क्षेत्रीय वनमंडल बन गया है। इस तकनीकी पहल की शुरुआत पायलट प्रोजेक्ट के रूप में की गई है।
सीएफ बैतूल बसु कनोजिया के मार्गदर्शन और डीएफओ वरुण यादव के नेतृत्व में इस परियोजना के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) के विशेषज्ञों द्वारा फील्ड स्टाफ को mSTRIPES ऐप की कार्यप्रणाली से अवगत कराया गया।
mSTRIPES (Monitoring System for Tigers – Intensive Protection and Ecological Status) एक उन्नत मोबाइल एप्लिकेशन है, जो वन क्षेत्रों में गश्ती, वन्यजीवों की निगरानी और पारिस्थितिक आंकड़ों के संग्रहण के लिए उपयोग किया जाता है। अब तक इसका उपयोग केवल राष्ट्रीय उद्यानों में होता था, लेकिन अब इसे क्षेत्रीय वनमंडलों में लागू किया जा रहा है।
प्रशिक्षण में ऐप की तकनीकी जानकारी के साथ-साथ नक्शा संकलन, डेटा एंट्री और रिपोर्टिंग के पहलुओं पर जोर दिया गया। इसके बाद गवासेन रेंज में फील्ड डेमोंस्ट्रेशन के माध्यम से ऐप के वास्तविक उपयोग का प्रदर्शन किया गया।
कार्यक्रम में एसडीओ चिंचोली ध्रुव श्रीवास्तव, एसडीओ तावड़ी जितेंद्र अवासे, तथा रेंजर मोहदा, तावड़ी, चिंचोली और गवासेन की सक्रिय भागीदारी रही।
डीएफओ वरुण यादव ने बताया कि “यह तकनीक फील्ड स्टाफ को गश्ती के दौरान समय, स्थान और गतिविधियों का डिजिटल रिकॉर्ड तैयार करने में मदद करेगी, जिससे पारदर्शिता और उत्तरदायित्व दोनों सुनिश्चित होंगे।”
इस पहल से न केवल गश्ती की निगरानी बेहतर होगी, बल्कि वन्यजीव अपराधों की रोकथाम और संरक्षण प्रयासों में भी नई ऊर्जा का संचार होगा।