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फिल्म: मिसेज अंडरकवर
निर्देशक: अनुश्री मेहता
प्रमुख स्टार कास्ट: राधिका आप्टे, सुमीत व्यास, राजेश शर्मा और साहेब चटर्जी
कहां देखें: जी 5
क्या है कहानी: फिल्म की कहानी दुर्गा (राधिका आप्टे) की है, जो एक स्पाई एजेंट है, लेकिन उसे उसकी एजेंसी भूल चुकी है। लेकिन जब एक कॉमन मैन (सुमीत व्यास) लड़कियों का मर्डर करना शुरू करता है। तो रंगीला (राजेश शर्मा), दुर्गा की वापसी करवाता है। करीब 10 साल से शादीशुदा जिंदगी जी रही दुर्गा, स्पाई एजेंट के तौर पर सीखी गई ट्रेनिंग भूल गई है। कॉमन मैन क्यों लड़कियों का मर्डर कर रहा है? क्या दुर्गा उसे रोक पाती है? और इन सब के बीच में क्या कुछ होता है? ये सब जानने के लिए आपको ‘मिसेज अंडरकवर’ देखनी होगी।
क्या कुछ है खास और कहां खाई मात: ‘मिसेज अंडरकवर’ में कुछ खास बताना काफी मुश्किल है, क्योंकि फिल्म में न तो तकनीकि तौर पर न और ही कहानी के तौर पर कुछ भी इम्प्रेस करता है। वहीं कास्ट्स की एक्टिंग भी फीकी ही दिखती है। बैकग्राउंड म्यूजिक ठीक है, लेकिन यूनीक नहीं लगता है। फिल्म की एडिटिंग और कैमरा वर्क भी कमजोर है। फिल्म में कई हिस्सों में कॉमेडी भी है, लेकिन वो भी जबरन दिखती है और हंसाती नहीं है। पूरी फिल्म देखकर ये भी कहना गलत नहीं कि फेमिनिज्म के टॉपिक पर भी फिल्म फेल साबित होती है।
कैसी है एक्टिंग और निर्देशन: सबसे पहले बात करते हैं स्टार कास्ट की और शुरुआत राधिका आप्टे से करते हैं। राधिका आप्टे एक बेहतरीन अदाकारा हैं, जो कई फिल्मों में दमदार परफॉर्मेंस दे चुकी हैं, लेकिन इस बार वो फेल साबित होती हैं। राधिका को देखकर ऐसा लगता है जैसे किसी मजबूरी में उन्होंने इस फिल्म के लिए हां कही है। राधिका के अलावा राजेश शर्मा भी इस बार अपनी छाप छोड़ने में सफल नहीं दिखते हैं। हालांकि फिल्म में सुमीत व्यास का कैरेक्टर कमजोर है, लेकिन उनकी एक्टिंग काफी हद तक बांधे रखती है। वहीं साहेब चटर्जी ने भी ठीक ठीक काम किया है। अब बात एक्टिंग के अलावा निर्देशन की करें तो अनुश्री मेहता का डायरेक्शन भी कमजोर है।
देखें या नहीं: फिल्म ‘मिसेज अंडरकवर’ में ऐसा कुछ भी नहीं है, जिसके लिए इसे आफको रिकमेंड किया जाए। इस फिल्म की कहानी जितनी कमजोर है, निर्देशन उससे भी बुरा है। वहीं एक्टर्स का परफॉर्मेंस भी कुछ खास नही हैं। कुल मिलाकर अगर आप इस फिल्म को नहीं भी देखेंगे तो भी आप कुछ मिस नहीं करेंगे।