डीएफओ छुट्टी पर थे और लीक हो गई लिस्ट,वन मण्डल में तबादलों में जारी खेला
लिस्ट लीक के पीछे भी चली धन लक्ष्मी एक्प्रेस
सीसीएफ ने जांच का दिया भरोसा
बैतूल। सरकारी विभागों में स्थानांतरण के मामलो में अक्सर बड़ी गोपनीयता बरती जाती है और किसी भी कर्मचारी को ट्रांसफर लिस्ट जारी होने तक कोई खबर नही लगती है। यही परंपरा अभी तक आप और हम देखते आए है और होता भी यही है,लेकिन बैतूल वन वृत्त के पश्चिम वन मंडल में पिछले कुछ महीनों से वह सभी कार्य हो रहे है जो आज तक इस विभाग में पहले कभी नही हुए हैं। इसके कई मामलें हम आने वाले दिनों में सामने लाएंगे लेकिन मौजूदा समय में ट्रांसफर को लेकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा इस वन मंडल में होने की चर्चाएं बड़े जोर शोर से चल रही हैं। वन मंडल में लीक हुई दो लिस्ट को लेकर कई तरह की चर्चाऐं हो रही हैं। इन चर्चाओं में पहले तो यह कि बिना विभाग प्रमुख के हस्ताक्षर के,बिना डिस्पेच नंबर के,बिना तारीख डाले लिस्ट को लीक कर दिया गया । 7जुलाई को बिना डीएफओ की सिगनेचर के लिस्ट वायरल हो गई अब दोबारा जब प्रभारी डीएफओ देवांशु शेखर लौटकर आये तब 7 जुलाई की तारिख में फिर से लिस्ट के जारी होने पर डिवीज़न में कई तरह की चर्चाएं चल रही है ।अब विभाग में चर्चा जोरों पर चल रही हैं कि पदेन डीएफओ देवांशु शेखर के अवकाश पर होने के बाद 7 तारीख़ में यह लिस्ट पर कैसे जारी हो गई। जबकि दूसरी चर्चा यह भी चल रही हैं की लीक हुई दोनों लिस्टों में दो डीएफओ के नाम अलग अलग लिखे हुए है। एक लिस्ट में 17 वनकर्मियों को स्थानांतरित किया गया हैं उसमें डीएफओ देवांशु शेखर का नाम लिखा गया है वंही एक लिस्ट में 3 वनकर्मियों को स्थानांतरित किया गया है उसमें डीएफओ वरुण यादव का नाम लिखा गया है।डिवीज़न में चल रही चर्चा पर यकीन करें तो इसके पिछे विभाग के एक कम्प्यूटर ऑपरेटर ने अधिकारी के साथ मिलकर बड़ा खेल कर लिस्ट लीक करवाई है। ट्रांसफर जैसे मामलें में विभाग में इतनी बड़ी गलती के लिए कौन जिम्मेदार है इसकी जांच होनी चाहिए। और आखिरकार दो डीएफओ के नाम से बिना हस्ताक्षर के लिस्ट लीक होने के पिछे हुए खेल का खुलासा भी होना चाहिए। एक आईएफएस अफसर के अवकाश पर होने के बावजूद उस तारीख में उनके हस्ताक्षर स्थानांतरण लिस्ट में होना विभागीय स्तर पड़ी चूक हैं जिसकी उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। जिसमे पश्चिम वन के वर्तमान डीएफओ देवांशु शेखर के 7 तारीख़ में अवकाश पर होने की जांच एवं पश्चिम वन मंडल कार्यालय के सीसीटीवी कैमरों की भी जांच होनी चाहिए कि 7 तारीख में डीएफओ साहब ऑफिस आए थे या नही आए थे।
नोट:-कालका न्यूज़ के पास दोनों लिस्ट मौजूद है ।
इनका कहना है
मुझे जानकारी नही है आप लिस्ट उपलब्ध कराइये हम जांच करवाते है ।
प्रफुल्ल फुलझेले सीसीएफ वन वृत बैतूल