नर्मदापुरम में बाघ के शिकार से मचा हड़कंप,बाघ के 3 नाखून तथा 4 दांत गायब
ऑपरेशन वाइल्ड ट्रेप के दल ने देखा था बाघ का 5 दिन पुराना शव
बाघ का पीएम के बाद अधिकारीयों की उपस्थिति में किया गया अंतिम संस्कार
नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा के वन परिक्षेत्र बानापुरा में वन विभाग द्वारा चलाये जारहे ऑपरेशन वाइल्ड ट्रेप के लिए निकले दल को बॉसपानी बीट के जंगल में बुधवार शाम एक बाघ का शव दिखाई दिया था। मृत मिले बाघ के शव का पोस्टमार्टम के बाद अधिकारियों की मौजूदगी में गुरूवार शाम लगभग 5 बजे अंतिम संस्कार किया गया। सीसीएफ अशोक कुमार ने कहा कि बाघ की मौत का कारण स्पष्ठ नहीं हो पाया है। बाघ की मौत लगभग चार पांच दिनों पूर्व हुई थी। बाघ के शव को डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया गया है ।
बाघ के मौत की सूचना पर नर्मदापुरम सीसीऍफ़ अशोक कुमार सहित प्रभारी डीएफओ भी घटनास्थल पर पहुंचे। गुरूवार को डॉग स्क्वायड की टीम ने भी खोजबीन की। जो की घटना स्थल से कुछ दूरी पर बने एक घर में पहुंची परन्तु वहां भी टीम को कुछ नहीं मिल पाया। जिसके बाद घटना स्थल पर डॉक्टरों की टीम ने बाघ के शव का पोस्टमार्टम किया। पोस्टमार्टम के बाद बासपानी के जंगल में ही अधिकारियों की मौजूदगी में शव का अंतिम संस्कार किया गया।
सीसएफ अशोक कुमार ने बताया की पोस्टमार्टम करने वाले चिकित्सकों ने प्रथम दृष्टया बाघ की मौत का कारण स्पष्ठ तो नहीं हो पाया है परन्तु बाघ की मौत यहाँ पर नहीं हुई है घटना स्थल कोई ओर है यहाँ इसे लाकर फेंका गया है। हालांकि कुछ जांच अभी बाकि हैं।
वही सूत्रों से पता चला है कि बाघ का पोस्टमार्टम करने वाले चिकत्सकों को 3 नाख़ून तथा 4 बड़े दांत शव में नहीं मिले है । जिसके चलते शव के कुछ भागों को परिक्षण के लिए भेजा जा गया है । शव 4 से पांच दिन पुराना बताया जा रहा है । बाघ की हत्या कहीं और जगह हुई और शव यहां फेंका गया है । बरहाल रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकेगा।
इनका कहना है ।
प्राथमिक तौर पर जो तथ्य आये है उनसे यह प्रतीत हो रहा है कि बाघ को कंही ओर मारा है और यंहा लाकर उसे ढंक कर छोड़ दिया था बाकी फोरेंसिक रिपोर्ट आने के बाद ही खुलासा होगा
अशोक कुमार सीसीएफ नर्मदापुरम