श्रीजी शुगर मिल का गंदा पानी नदी में छोड़ने से बढ़ा प्रदूषण, कलेक्टर से शिकायत
लगातार शिकायतों के बावजूद प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड दे देता है क्लीन चिट
बैतूल। ग्राम पंचायत आरूल के ग्रामीणों ने सरपंच के नेतृत्व में जनसुनवाई में पहुंचकर कलेक्टर से शिकायत करते हुए आरोप लगाया है कि श्रीजी शुगर मिल द्वारा मिल का वेस्टेज पानी नाले में छोड़ा जा रहा है, जिससे आरूल नदी का पानी पूरी तरह प्रदूषित हो गया है। इस पानी का उपयोग न तो निस्तार के लिए किया जा सकता है और न ही मवेशी इसे पी रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि इसी पानी से उनकी खेती और सिंचाई होती है, जिससे फसलों को भारी नुकसान हो रहा है।
ग्राम पंचायत सरपंच जमुना अतुलकर ने बताया कि प्रदूषित पानी से गांव के लोगों के स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव पड़ रहे हैं। कई ग्रामीण बीमारियों का शिकार हो रहे हैं, लेकिन प्रशासन द्वारा अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि श्रीजी शुगर मिल के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए और पूरे गांव का स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए।
ग्रामीणों ने बताया कि इस समस्या को लेकर पहले भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। अब नाले और नदी का पानी इतना प्रदूषित हो चुका है कि ग्रामीणों के जीवन पर संकट खड़ा हो गया है।ग्रामीणों ने कहा कि आरूल सापना जलाशय से निकलने वाला पानी जो नाले के जरिए नदी में आता है, वह शुगर मिल के प्रदूषण के कारण पूरी तरह विषाक्त हो गया है। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले को गंभीरता से लिया जाए और जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं। शिकायत करने वाले ग्रामीणों में जमना अतुलकर, परमसुख, रामदयाल, नारायण पटेल, जिराती, राजकुमार, सुखराम, दिलीप, चरणलाल, सुनील उइके, अविनाश कुमरे, गीता, भिखारी सहित अन्य ग्रामीण शामिल थे।