Wednesday, September 10, 2025
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विश्व आदिवासी दिवस पर निकाली आक्रोश महारैली,9 सूत्रीय मांगों का कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

विश्व आदिवासी दिवस पर निकाली आक्रोश महारैली,9 सूत्रीय मांगों का कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन

डॉक्टर रूपेश पद्माकर ओर साथियों ने जिला अस्पताल में किये फल वितरित

बैतूल।विश्व आदिवासी दिवस पर समस्त आदिवासी समाज संगठन के तत्वावधान में आज बुधवार 9 अगस्त को जिला मुख्यालय पर विशाल महारैली एवं समारोह आयोजित किया गया । समस्त आदिवासी समाज संगठन के मीडिया प्रभारी जितेंद्र सिंह इवने ने बताया कि आज आदिवासी समाज के सभी सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं, मातृशक्ति, युवाशक्ति से अधिक से अधिक संख्या में महारैली एवं मंचीय कार्यक्रम में शामिल होकर समाज की एकता का परिचय देने का काम किया।
रैली की शुरुआत पड़ापेन ठाना रैन बसेरा सदर से पड़ापेन की पूजा अर्चना के साथ हुई।आक्रोश रैली में बड़ी संख्या में आदिवासियों ने अपने हाथों में काली पट्टी बांधी हुई थी इसके अलावा रैली में शामिल युवतियों के हाथ में पारंपरिक हथियार तो वन्ही युवाओं ने लाठियां थाम रखी थी । रैली के कलेक्ट्रेट पहुंचते ही आदिवासी बुज़ुर्गो ने अपनी 9 सूत्रीय मांग का राष्ट्रपति के नाम डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा ।इसके पूर्व डॉक्टर रूपेश पद्माकर ने जिला अस्पताल में भर्ती मरीजों को फल वितरित किये ।समस्त आदिवासी समाज संगठन ने आदिवासी समाज से अपील करते हुए कहा कि 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस केल अवसर पर आदिवासी समाज के सगाजन अपने ग्राम/ कस्बा / शहरों में एक दिन पूर्व अपने-अपने स्तर पर आदिवासी समाज की सभा आयोजित कर समाज की शिक्षा, संस्कृति एवं सामाजिक मुद्दों व सामाजिक कुरितियों को नष्ट करने जैसे मुद्दो पर चर्चा कर इस दिवस को आदिवासी समाज संरक्षण दिवस के रूप में मनाए। इस दिवस पर अपने कुल देवता, ईष्ट देवता पड़ापेन की पूजा कर अपने घरों में दीप जलाकर अपनी संस्कृति को बनाए रखने की प्रार्थना करें।
आक्रोश महा रैली गुरुद्वारा रोड होते हुए भगत सिंह चौक, दिलबहार चौक,कपूर एंड संस के सामने से रामकृष्ण बगिया होते हुए एसपी ऑफिस चौक, कलेक्ट्रेट रोड, लल्ली चौक, बस स्टैंड होते हुए शिवाजी चौक, रानी दुर्गावती चौक, अंबेडकर चौक से आदिवासी सामुदायिक मंगल भवन पहुंची।इस वर्ष रैली में डीजे, नाच, गाना एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम नही हुए। आदिवासी सामुदायिक मंगल भवन में दोपहर तक अतिथि सत्कार के साथ उद्बोधन एवं महाप्रसादी के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।

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