Wednesday, September 10, 2025
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राजा पंवार को एसडीओपी ने श्रधांजलि सभा मे जाने से रोका ,बाबा करते रहे मिन्नत

राजा पंवार को एसडीओपी ने श्रधांजलि सभा मे जाने से रोका ,बाबा करते रहे मिन्नत

वीआईपी के कार्यक्रमो में पुलिस के टारगेट में रहते है पत्रकार

बैतूल ।कुंड बकाजन में मुख्यमंत्री डाक्टर मोहन यादव के आधे घण्टे के कार्यक्रम के लिए पुलिस कितनी मुस्तैद थी इसकी एक बानगी आज श्रधांजलि सभा में उस वक्त देखने को मिली जब मुख्यमंत्री डाक्टर मोहन यादव के सभा मे पहुंचने के बाद राजा पंवार पहुंचे ओर उन्हें भैंसदेही एसडीओपी भूपेंद्र मोर्य ने अंदर सभा में जाने से रोक दिया ।
राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त जिला पंचायत अध्यक्ष को जब इस तरह से दरवाज़े पर रोके जाने को देख रहे भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष बाबा मकोड़े ने गम्भीरता से लिया और गेट पर खड़े एसडीओपी को बार बार बोलते रहे कि इन्हें अंदर जाने दो, इन्हें तुम पहचानते नही हो क्या,इन्हें अंदर जाने दो लेकिन गेट पर तैनात एसडीओपी बार बार हाथ का इशारा करते हुए एक तरफ बैठने को कहते रहे आखिरकार बाबा भैया के सब्र का बांध टूट गया वो यह कहते सुने गए कि यह राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त है इन्हें अंदर जाने दो ।बाबा भैया की बार बार की कोशिशों ने रंग लाया और एसडीओपी ने राजा पंवार को अंदर जाने दिया ।

वीआईपी कार्यक्रमो में पुलिस के टारगेट में रहते है पत्रकार

आमतौर पर पुलिस को सहयोग करने वाले पत्रकार वीआईपी वीवीआइपी कार्यक्रमो में पुलिस के टारगेट में आजाते है,कवरेज करने गए पत्रकारो को पुलिस के रवैय्ये से यह महसूस होने लगता है कि वह शायद कोई क्रिमनल है ।अक्सर यह देखने मे आया कि तय कार्यक्रम से पहले पहुंचने वाले पत्रकारों को दूर से ही रोक दिया जाता है जैसे तैसे मिन्नते कर आगे बढ़ते है तो इस तरफ से नही इस तरफ से जाओ,यह भी मान कर जब पत्रकार आगे बढ़ते है द्वार पर इस तरह चैकिंग की जाती जैसे पत्रकार माइक आईडी कैमरों के साथ गोला बारूद लेकर आये हो पूरी तलाशी से जब सन्तुष्ट हो जाते है तब पत्रकार दीर्घा की बैठक व्यवस्था में उलझ जाते है जबकि वीवीआइपी के मंच पर हर व्यक्ति दिखाई देता है जिसका नाम सूची में नही होता लेकिन भीड़ का फायदा उठा कर मंच पर पहुंच जाते है ।आज भी यही हुआ मुख्यंत्री के आगमन से पूर्व पत्रकारों को विधायक महेंद्र सिंह के आंगन से खदेड़ कर बाहर कर दिया जबकि वँहा काफी खुली हुई जगह थी । जब कवरेज की बात आई तो महज एक पत्रकार को ही श्रधांजलि सभा कक्ष में जाने की अनुमति दी गई । जब तक किसी बड़े अधिकारी से तैनात पुलिस कर्मियों की बात नही कराई जाती तब तक पुलिस कर्मी पत्रकारों को क्रिमनल की नजर स्व ट्रीट करता है जबकि मंत्री शन्त्री के आने जाने के बाद यही पुलिस कर्मी बड़ा स्नेह दिखाते है ।इस तरह हर बार वीआईपी मूवमेंट में पत्रकारों कंव साथ होने वाले दोयम दर्जे के व्यवहार पर वरिष्ठ अधिकारियों को संज्ञान में लेकर उचित व्यवस्था बनाया जाना चाहिए ।

30 मिनट के कार्यक्रम में 300 से ज़्यादा पुलिस बल

कुंड बकाजन में श्रधांजलि सभा मे महज 30 मिनट के लिए पधारे प्रदेश के मुख्यमंत्री डाक्टर मोहन यादव की सुरक्षा में दो जिलों के लगभग 300 से ज़्यादा पुलिसकर्मी सुरक्षा का ज़िम्मा सम्हाले हुए थे ।

आनन फानन में हुई सड़क चकाचक

कल दोपहर अचानक इस खबर ने अधिकारियों से लेकर नेता और ग्रामीणों हतप्रभ थे कि विधायक के घर श्रधा सुमन अर्पित करने प्रदेश के मुखिया आरहे है ऐसे में जिला मुख्यालय से सभी अधिकारी कुंड बकाजन पहुंच गए और मुख्यमंत्री को गांव में कुछ भी नागवार न गुज़रे इसके लिए विधायक के घर के सामने टूटी सड़को को तुरन्त सुधारा गया डामरीकरण कर सड़क दुरुस्त की गई लेकिन पंचायत की तरफ से आने वाली सड़क को सुधार नही सके ।

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