समानता ऒर समाज के लिए छोडी आइएस की नौकरी, समान शेखर ने बैतूल मे सामाजिक संघठनों के साथ की बैठक
पूर्व कलेक्टर बी चंद्रशेखर की बैतूल मे सक्रियता के क्या मायने
मिडिया से बनाई दूरी
बैतूल। डिप्टी कलेक्टर निशा बांगरे की बढ़ती सक्रियता ने जंहा राजनैतिक दलों को सोच मे डाल दिया था वंही पूर्व कलेक्टर बी चंद्रशेखर ने आज जिला मुख्यालय पर दलित,आदिवासी मुस्लिम,ओबीसी और ईसाई समाज के प्रबुद्ध जनो की एक बैठक ली । इस बैठक के भी राजनैतिक गालियारो मे कई मायने निकाले जा रहे है।
सारनी रोड इस्थित एक लान मे आयोजित मिशन 21की बैठक मे शामिल होने पहुंचे पूर्व कलेक्टर बी चंद्रशेखर ने उपस्थित प्रबुद्धजनों से संविधान, समानता और शिक्षा पर बात करते हुए कहा की नई शिक्षा नीति से बेहतर थी 25 साल पहले की शिक्षा।
आज भी ग्रामीण क्षेत्रों से अच्छी शिक्षा शहरो मे पढ़ने वाले बच्चों को नसीब होती है। बहुत फर्क है ग्रामीण और शहरी इलाके की सिक्षा मे। संविधान सभी समाजों को समानता का अधिकार देता है, हर व्यक्ति को संविधान के उद्देश्यों का पालन करना चाहिए। आज से पहले जब हम पीछे मुड़कर देखे तो जातिगत भेदभाव नहीं था आप और हम सब एक ही थे।
समानता के लिए आईएस की नौकरी छोड़ने वाले बी चंद्रशेखर ने वालिंटियरी रिटायरमेंट के बाद अपना नाम बदलकर समान शेखर कर लिया है। यही नहीं बी चंद्रशेखर नौकरी मे रहते हुए डाएस की जगह टेबल पर सुनवाई करते थे।
समान शेखर ने अब समाज सेवा को ही अपना लक्ष्य बना लिया है उनका मानना है की सर्विस मे रहकर वो अपना सामाजिक दायित्व सही ढंग से निभा नहीं पारहे थे जिसकी वजह से उनहोने नौकरी छोड़ दी।
करीबी सूत्रो से मिली जानकारी के मुताबिक समान शेखर बैतूल के बाद पट्टन ऒर रविवार को बैतूल मे ही बाकी अन्य सामाजिक संघठनों के साथ बैठक लेंगे। श्री शेखर के पूरे कार्यक्रमों से मिडिया को दूर रखा गया है।