बारिश न होने से खफा किसानों ने इंद्र देव को मिट्टी में किया कैद
आषाढ़ी के ग्रामीणों की अनूठी भक्ति,बारिश के लिए 24 घण्टे का इक्का भी
बैतूल ।अकील अहमद। बारिश न होने से खफा किसानों ने भगवान इन्द्र देव को मिट्टी से कैद कर दिया है ।ग्रामीण किसानों का मानना है कि जब जब क्षेत्र में बारिश नही होती है तब तब किसान भगवान इन्द्र देव की मूर्ति को गीली मिट्टी से ढांक देते है ओर जब भगवान सांस नही ले पाते है तो बारिश करते है और प्रतिमा से मिट्टी ख़ुद ब खुद हट जाती है ।जी हां यह बात सच है ।
जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर चिचोली ब्लॉक के आषाढ़ी गांव है जंहा मढ़ देव नामक एक प्रसिद्ध स्थान है यंहा 250 वर्ष पुरानी भगवान इन्द्र की प्राचीन मूर्ति है जिसे अकाल या सूखे के वक्त गांव वाले इस मूर्ति को मिट्टी से पूरी तरह ढंक कर इन्द्र भगवान से पानी की मांग करते हैं ।
ग्राम आषाढ़ी के श्याम सुंदर शुक्ला बताते है कि बीते 20 – 25 दिनों से क्षेत्र में बारिश नही हुई फसले सूखने की कगार पर पहुंच गई जिसमें 25 प्रतिशत फ़सल तो सूख चुकी है ।इस वक्त फसलो में फूल आरहे है फल्लियां लगनी शुरू हुई हैं मक्का में दाने भरने वाले है किसानों को ऐसे वक्त में पानी की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है । किसानों ने कर्ज़ लेकर अपना सबकुछ लगा दिया है 2 दिन ओर बारिश नही हुई तो किसानों के सामने आत्महत्या के सिवा दूसरा कोई विकल्प नही है ।सरकार यदि किसानों की तरफ ध्यान नही देंगी तो बहुत दिक्कत हो जाएगी ।आज हम ग्रामीणों के साथ इन्द्र देव को मिट्टी से छाबने आये है जो कि हमारी ग्रामीण परम्परा है ।श्री शुक्ला भी मानते है कि इससे अच्छी बारिश होती है और बारिश से फसलों को फायदा ।
आषाढ़ी निवासी पूर्व सरपंच माली सिंह उइके बताते है कि हमारे गांव में भगवान इन्द्र देव की प्राचीन मूर्ति है जब भी गांव में अकाल या सूखा पड़ता है तो हमारे पूर्वजों ने जो विधि बताई थी आज भी हम उसे जीवित रखे हुए है ।हम सभी ग्रामीण भगत के साथ आकर इन्द्र देव की मूर्ति को मिट्टी से ढांक देते है हमने जब जब बारिश के लिए इन्द्र देव को मिट्टी से ढांका तब तब बारिश हुई ओर भगवान इन्द्र देव की मूर्ति से मिट्टी खुद ब खुद धुली है ।
आषाढ़ी के ही जेपी शुक्ला ने बताया कि बारिश न होने से सभी परेशान हैं आज मढ़ देव स्थित इंद्र देव के पास सभी ग्रामीण आये है और 24 घण्टे का इक्का कर रहे जिसमे भगवान श्री राम नाम का जाप चल रहा है और इन्द्र देवता की परिक्रमा करते हुए अच्छी बारिश की मांग कर रहे है ।
बहरहाल परम्परा मान्यता जो भी हो लेकिन अच्छी है हम सबका विश्वास भगवान में है संकट में सब भगवान की शरण मे हो तो भगवान भी भक्तों की ज़रूर सुनता है हमे उम्मीद ओर पूरा भरोसा है भगवान सुनेगा ओर भरपूर बारिश भी होगी ।