चुनाव डियूटी करने आये कर्नाटक के सैनिक होरहे परेशान,कम खाना और ठंडे फर्श पर सोने से बीमार होने का लगा रहे आरोप
पुलिस अधीक्षक ने कहा भोपाल में आला अधिकारियों से करे बात
बैतूल । कर्नाटक से चुनाव डियूटी पर आये होम गार्ड सैनिक वोटिंग खत्म होने के बाद कर्नाटक वापस जाने का इंतज़ार कर रहे है सैनिको का आरोप है कि जिला प्रशासन ने तो उन्हें अच्छा भोजन मुहैया करा रहा है ना पीने को पानी ।विधान सभा चुनाव के लिए कर्नाटक से 1000 होमगार्ड सैनिक बैतूल जिले में भेजे गए थे ।
जिले में इन सैनिको की आमद 11 नवम्बर को हो गई थी और इनकी रवानगी 18 नवम्बर को थी लेकिन जिला प्रशासन ने इन्हें रवाना नही किया है ।
होमगार्ड सैनिक अल्ताफ का कहना है कि हम मध्यप्रदेश में पहले भी चुनाव कराने आये थे उस वक्त बहुत अच्छी व्यवस्था थी लेकिन इस बार तो खाना भी ऐसा दिया जा रहा है की उसे कुत्ते भी नही खा सकते ।हमारे लोग बीमार पड़ रहे है तो इलाज भी हम खुद ही करवा रहे है ।सैनिक अश्फाक अहमद बताते है कि कोई एक आदमी भी इधर आकर नही देखा कि पानी कैसा मिल रहा नाश्ता खाना कैसा मिल रहा नही पूछा अभी हम चाहते है कि हमारा डियूटी खत्म हो गया हमको जल्दी से जल्दी रवाना करें ।
आनन्द कुमार ने बताया कि हमे हमलापुर के छत्रावास में ठहराया गया है 11 तारीख से हम यंहा रुके हुए है कोई एक अधिकारी ने आकर हमारी सुध नही ली है हमको 18 को रवाना होना था अधिकारी सिर्फ और सिर्फ आस्वाशन दे रहे है तुम्हारा ट्रैन आएगा तब रवाना करेंगे ।होमगार्ड सैनिको का आरोप है कि जिला प्रशासन जो खाना उन्हें दे रहा है एक तो वह बहुत कम रहता है दूसरा उसकी गुणवत्ता भी खराब है पीने को पानी और सोने के लिए बिस्तर भी नही दिया गया, बीते एक सप्ताह से सभी होमगार्ड सैनिक ठंडे फर्श पर चादर बिछा कर सोने को मजबूर है जिसकी वजह से सैनिक बीमार पड़ रहे है और उन्हें देखने वाला भी कोई नही है ,बीमार पड़ने पर वह अपना इलाज स्वयं करा रहे है ।यही नही जब पेट नही भरता है तो अपने लिए खुद खिचड़ी बना कर खाने को मजबूर है अब जब उनके पास का पैसा खत्म होगया तो उन्हें घर जाने की चिंता सता रही है ताकि घर पहुंच कर अच्छा खाना नसीब हो सके । इस मामले में बैतूल पुलिस अधीक्षक ने अपना पक्ष रखने से साफ मना कर दिया है आफ कैमेरा उनका कहना था कि वह इस मुद्दे पर आला अधिकारियों से भोपाल में बात करें ।