आदिवासी महिला का आरोप,आबकारी ने दबिश दे कर किया अपमानित
आबकारी विभाग को सोनाघाटी से आती कच्ची शराब नही दिखती,सूचना पर पहले पूछते है सप्लायर का नाम
बैतूल ।आबकारी- पुलिस द्वारा बगैर वैध कागजों के घर की तलाशी लेकर मानसिक एवं सामाजिक रूप से प्रताडित ओर अपमानित करने का आरोप लगाते हुए एक महिला ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है ।
आवेदिका रमोती ग्राम कोलगाँव की निवासी आबकारी – पुलिस पर आरोप लगाते हुए बताया कि मैं मंगलवार को एक शादी में गयी थी। घर पर मेरी विधवा पुत्री अंकीता बेवा प्रेम कुमार उईके थी। दोपहर 3 से 4 बजे के दरमियान में आबकारी एवं पुलिस की 4 बुलेरो घर के सामने आकर रूकी और तुम्हारे घर पर कच्ची शराब बेची जाती है। ऐसी हमे बहुत शिकायत है। आबकारी के लोग (या शराब के ठेकेदार) के लोग तलाशी लेने के लिये घर में घुस गये। घर के अन्दर से पानी के खाली बाटले निकालकर यह कहा गया कि इस जप्ती के कागज पर हस्ताक्षर करो 1500/- रू लेकर जब फोन करेंगे बैतूल आ जाना नही तो अभी तुम्हे जेल ले जाते है। उनके साथ कोई भी महिला पुलिस नहीं थी। कोई पुलिस वाले घर के अन्दर नही गये।घर मे मेरी बेटी अकेले थी जो डर गयी । इनके द्वारा कोरे कागज पर 6 स्थान पर हस्ताक्षर कराये गये वैसे गाँव में अंग्रेजी एवं देशी शराब बे रोक टोक बिक रही है लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नही होती ।
आवेदिका रमोती उइके में मुख्यमंत्री से मांग की है कि आबकारी ओर पुलिस कर्मियों पर सख्त कार्यवाही की जाये ।